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Saturday, 24 December 2011

Duniya Ki Me Hu Satai, Baba Tumhari Shran Me Aai..

श्रधा                                                               सबुरी
ॐ साईं राम 






दुनिया की में हूँ सताई,
बाबा तुम्हारी शरण में आई,
तुम अपना लो मुझको साईं,
मेरे साईं बाबा साईं,

दुनिया की में हूँ सताई,बाबा तुम्हारी शरण में आई,

बाबा तुम तो हो कृपालु,
कृपा मुझपर भी कर दो,
अपना लो बाबाजी मुझको,
जीवन मेरा सफल कर दो,

दुनिया की में हूँ सताई, बाबा तुम्हारी शरण में आई,

इस दुनिया में साईं जी,
कोई ना किसीका है,
मतलब क़ि है सारी दुनिया,
दुखों का झमेला है,

दुनिया की में हूँ सताई, बाबा तुम्हारी शरण में आई,


ये दुनिया है माया जाल,
माया है दुखों का जंजाल,
इससे बचाना मुझको साईं,
तुम ही हो मेरे सहाई,

दुनिया की में हूँ सताई,बाबा तुम्हारी शरण में आई,

कुछ ना मांगू तुमसे बाबा,
ले लो आपनी शरण में साईं,
तुम ही मेरे भाग्येविधाता,
तुम ही मेरे सहाई,

दुनिया की में हूँ सताई,बाबा तुम्हारी शरण में आई,
तुम अपना लो मुझको साईं, मेरे साईं बाबा साईं!



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