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Sunday, 29 April 2012

रो रही अखियाँ मेरी तो साईं



ॐ सांई राम

रो रही अखियाँ मेरी तो साईं,
तुम तो न आये याद तुम्हारी आई

सूरज भी आये चंदा भी आये,
आसमा पे साईं तारे टिमटिमाये
एक तुम ही न आये साईं,
याद तुम्हारी आई

आई बसंत ये मन मुरझाया,
बरखा की बूंदों ने न भी न हर्षाया
बरखा भी आंसू बन के आई,
याद तुम्हारी आई

ईद दिवाली कैसे मनाऊं,
बिन साईं दीप मैं कैसे जलाऊं
याद में जलता हूँ साईं,
याद तुम्हारी आई

रो रही अखियाँ मेरी तो साईं,
तुम तो न आये याद तुम्हारी आई


यह सुंदर प्रस्तुति बहन साईं जास्मिन ( मलेसिया से ) के द्वारा

Kindly Provide Food & clean drinking Water to Birds & Other Animals,

This is also a kind of SEWA.

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