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Monday, 2 July 2012

तेरे दर पे आ के, सुकून मिल जाता है


ॐ सांई राम
साईं राम मेरे, महबूब-ए-खुदा
तेरे दर पे आ के, सुकून मिल जाता है
इससे बढ़कर और इनायत क्या होगी
कि मांगने से पहले, दामन तू भर जाता है

साईं मेरे, दरस मुझे भी अब दिखा दे
साईं, चरणों में अब तो लगा ले
साईं मेरे, दरस मुझे भी अब दिखा दे
साईं, चरणों में अब तो लगा ले
मिलता नहीं मेरे दिल को सुकून कहीं
मिलता नहीं मेरे दिल को सुकून कहीं
झूठे जगत के मोह से बचा ले
साईं मेरे, दरस मुझे भी अब दिखा दे
साईं, चरणों में अब तो लगा ले
साईं मेरे, दरस मुझे भी अब दिखा दे
साईं, चरणों में अब तो लगा ले
साईं मेरे भी बंधन तोड़ो
खाली हाथ मुझे न मोड़ो
मेरी तड़प मिटा दे साईं
मेरी लौ को जगा दे साईं
मुझसे नाता न तोड़ के जा रे
साईं मेरे, दरस मुझे भी अब दिखा दे
साईं, चरणों में अब तो लगा ले
साईं मेरे, दरस मुझे भी अब दिखा दे
साईं, चरणों में अब तो लगा ले

यह भजन पंखुड़ियां बहन रविंदर जी की बगिया से
आप सब के लिए लाई गई हैं |
बाबा जी की कृपा इन पर सदा बनी रहे |

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