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Sunday, 18 November 2012

साईं नाम ज्योति कलश

ॐ सांई राम
 
साईं नाम ज्योति कलश,है जग का आधार ।
चिंतन ज्योति पुँज का करिये बारम्बार ।।

सोते जागते साईं कह, आते जाते नाम ।
मन ही मन में साईं को, शत शत करे प्रणाम ।।

देव दनुज नर नाग पशु, पक्षी कीट पतंग ।
सब में साईं समान हैं, साईं सब के संग ।।

साईं नाम वह नाव है, उस पर हो सवार ।
साईं नाम ही एक है, करता भाव से पार ।।

मंत्रमय ही मानिये, साईं राम भगवान ।
देवालय है साईं का, साईं शब्द गुण खान ।।

साईं नाम आराधिये, भीतर भर यह भाव ।
देव दया अवतरण का धार चौगुणा चाव ।।

साईं शब्द को ध्याइये, मंत्र तारक मान ।
स्वशक्ति सत्ता जग करे, ऊपरी चक्र को यान ।।

जीवन विरथा बीत गया, किया न साधन एक ।
कृपा हो मेरे साईं की, मिले ज्ञान विवेक ।।

बाबा ने अति कृपा कीन्ही, मोहे दियो समझाई ।
अहंकार को छोड़ो भाई जो तुम चाहो भलाई ।।

===ॐ साईं श्री साईं जय जय साईं ===

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