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Sunday, 2 June 2013

श्री गुरु नानक देव जी – साखियाँ - मलक भागो का ब्रह्म भोज व उसको उपदेश

श्री गुरु नानक देव जी – साखियाँ




मलक भागो का ब्रह्म भोज व उसको उपदेश

मलक भागो ने ब्रह्म भोज करके सभ खत्रियोंब्राह्मणों और साधुओंफकीरों व नगर वासियों को बुलायाउसने यह निमंत्रण गुरु जी (श्री गुरू नानक देव जीको भी दियापर गुरु जी (श्री गुरू नानक देव जीने इस भोज में आने को मना कर दियाबार -२ बुलाने पर गुरु जी वहाँ पहुँचेमलक भागो ने भोज पर ना आने का कारण पूछातब गुरु जी (श्री गुरू नानक देव जीने कहाभाई लालो कि कमाई का भोजन दूध के समान हैपर तेरी कमाई का भोजन लहू के समान हैवहाँ पर उपस्थित सभी लोगों ने भोजन ग्रहण कर लियालेकिन गुरु जी ने नहीं कियागुरु जी ने कहा कोई सूझ बुझ वाला व्यक्ति दूध को छोड़कर लहू नहीं पीता|मलक भागो ने इस बात का सबूत गुरु जी से माँगातब गुरु जी (श्री गुरू नानक देव जीने ने दाहिने हाथ में भाई लालो कि सूखी रोटी ली और भागो के भोज से पूरी मंगवाईतब गुरु जी (श्री गुरू नानक देव जीने दोनों हाथों कि मुठियों को जोर से दबायालालो कि सूखी रोटी में से दूध और मलक भागो के भोजन से लहू के तुपके गिरेगुरु जी (श्री गुरू नानक देव जीकि इस दैवी शक्ति से सारी सभा हैरान हो गयीमलक भागो मन ही मन में परेशान हो गया और गुरु जी (श्री गुरू नानक देव जीसे क्षमा माँगीउसने गुरु जी (श्री गुरू नानक देव जीको नेक कमाई करने का वायदा भी किया|

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