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Friday, 14 February 2014

साँई माँ....!!

ॐ साईं माँ
  
हम ने न जाना  क्या  होती  है माँ,

दर्द हमे होता है तो रोती है माँ |

ख़ुश हम हों तो सकून से सोती है माँ,

जो हमारी ज़िन्दगी को संवार दे,

जो हम पे  सारी  खुशियाँ  निसार दे,

जो सब कुछ छोड़ के हमें प्यार दे,

सागर का वो अनमोल मोती है माँ |

कदर कर लो ऐ नादानों माँ की जन्नत में, 

हम से पहले दाख़िल होती है माँ |

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