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Friday, 25 April 2014

सुख-दुःख सबके देख रहा है

ॐ  साईं  राम


कंधे पे लटका के झोली,
चलता एक फकीर है,
सुख-दुःख सबके देख रहा है,
बदल रहा तकदीर है |
द्वारकामाई में धूनी रमा के 
       रहता है यह संत
उदी खिला के,तन पे लगा के,
     करे बिमारी का अंत

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