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शिर्डी के साँई बाबा जी के दर्शनों का सीधा प्रसारण... अधिक जानने के लियें पूरा पेज अवश्य देखें

शिर्डी से सीधा प्रसारण ,... "श्री साँई बाबा संस्थान, शिर्डी " ... के सौजन्य से... सीधे प्रसारण का समय ... प्रात: काल 4:00 बजे से रात्री 11:15 बजे तक ... सीधे प्रसारण का इस ब्लॉग पर प्रसारण केवल उन्ही साँई भक्तो को ध्यान में रख कर किया जा रहा है जो किसी कारणवश बाबा जी के दर्शन नहीं कर पाते है और वह भक्त उससे अछूता भी नहीं रहना चाहते,... हम इसे अपने ब्लॉग पर किसी व्यव्सायिक मकसद से प्रदर्शित नहीं कर रहे है। ...ॐ साँई राम जी...

Monday 14 July 2014

श्री साईं लीलाएं- बालक खापर्डे को प्लेग-मुक्ति

ॐ सांई राम




कल हमने पढ़ा था.. बाबा द्वारा अद्भुत नेत्र चिकित्सा       

श्री साईं लीलाएं
बालक खापर्डे को प्लेग-मुक्ति

अमरासवती जिले के रहनेवाले दादा साहब खापर्डे की पत्नी श्रीमती खापर्डे अपने छोटे पुत्र के साथ शिरडी में साईं बाबा के दर्शन करने आयी थींउन्हें वहां रहते हुए कई दिन हो गये थेइस बीच एक दिन उनके पुत्र को तेज बुखार चढ़ गयातभी आसपास के गांव में प्लेग भी फैल गया थाइससे श्रीमती खापर्डे अत्यन्त भयभीत हो उठीं - और कहीं उनके पुत्र को प्लेग तो नहीं हो गयाकिसी अनिष्ट की आशंका से उनका समुचित अस्तित्व ही हिल गयाइन बातों को मन में विचारकर उन्होंने तुरंत ही अमरावती लौटने का मन बनाया|
संध्या के समय जब साईं बाबा वायु सेवन करने के लिए समाधि मंदिर के पास से होकर जा रहे थेउसी समय श्रीमती खापर्डे बाबा को वहां पर मिलीं और उनसे घर लौटने की अनुमति मांगते हुएआँखों में आँसू लिए हाथ जोड़कर कांपते हुए स्वर में बोलीं - "बाबामेरा प्रिय पुत्र प्लेग रोग से पीड़ित हैइसलिए मैं घर जाना चाहती हूं|"
तब बाबा ने श्रीमती खापर्डे से प्रेमपूर्वक कहा कि आकाश में बादल घिर आये हैंबादल हटते ही आसपास पहले की तरफ साफ हो जायेगाऐसा कहते हुए बाबा ने अपनी कफनी कमर तक उठाकर वहां उपस्थित भक्तों को अपनी जांघों पर अंडे की आकार की चार गिल्टियां दिखाते हुए कहा कि देखोमुझे अपने भक्तों का कितना कष्ट उठाना पड़ता हैउनके कष्ट मेरे ही कष्ट हैंमैं उन्हें दु:खी नहीं देख सकता हूंसाईं बाबा की ऐसी विचित्र व असामान्य लीला देखकर लोगों का यह विश्वास और भी दृढ़ हो गया कि सद्गुरु को अपने भक्तों के लिए कितने कष्ट उठाने पड़ते हैं|



कल चर्चा करेंगे..साईं बाबा की दयालुता    


ॐ सांई राम
===ॐ साईं श्री साईं जय जय साईं ===
बाबा के श्री चरणों में विनती है कि बाबा अपनी कृपा की वर्षा सदा सब पर बरसाते रहें ।

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