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Saturday, 9 August 2014

श्री साईं लीलाएं - बिना दवाई के कर्णपीड़ा ठीक हो गयी

ॐ सांई राम




कल हमने पढ़ा था.. बूटी का रोग छूमंतर 

श्री साईं लीलाएं
बिना दवाई के कर्णपीड़ा ठीक हो गयी
   
आलंदी गांव (पूजा) के रहनेवाले एक स्वामी जी कर्णपीड़ा से बहुत दु:खी थेउनके कान में इतना दर्द होता था कि वह रात को सो भी नहीं पाते थेकान में सूजन बनी रहती थीअनेकों इलाज करवाये पर कोई लाभ नहीं हुआडॉक्टरों ने ऑपरेशन करवाने को कहा|
एक बार स्वामी जी बाबा के दर्शन करने के लिए शिरडी आयेतब भी कानों में पीड़ा थीउन्होंने अपनी परेशानी शामा को बता दी और उनसे बाबा से प्रार्थना करने की विनती कीशाम को जब स्वामी जी बाबा से मस्जिद लौटने की अनुमति लेने गए तो तब शामा ने बाबा से प्रार्थना कि - "हे देवा ! स्वामी जी के काम में बहुत पीड़ा हैआप इन पर कृपा करें|"
बाबा ने केवल इतना कहा - "अल्लाह अच्छा करेगा|" बाद में स्वामी जी पूना चले गएआठ दिन बाद उनका पत्र आयाजिसमें लिखा था कि उनके कान का दर्द अब समाप्त हो गया हैसूजन अभी बाकी है इसलिए वे ऑपरेशन कराने मुम्बई भी गये थेपर जांच करने के बाद डॉक्टर ने कहा अब इसकी कोई आवश्यकता नहीं हैसब बाबा की कृपा हैवह बाबा के चरणों में प्रणाम करते हैं|"

कल चर्चा करेंगे..मूंगफली से अतिसार से मुक्ति     

ॐ सांई राम
===ॐ साईं श्री साईं जय जय साईं ===
बाबा के श्री चरणों में विनती है कि बाबा अपनी कृपा की वर्षा सदा सब पर बरसाते रहें ।

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