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Tuesday, 9 October 2012

मेरी आत्मा करेगी तेरा गुणगान साईं

ॐ सांई राम
देखता  हूँ  कब  तक  रूठे  रहते  हो  बाबा..
मेरे  सब्र  का ले लो  इम्तेहान  साईं...
मर  जाऊंगा  तेरे  बिना मैं बाबा ....
नहीं  छोडूंगा  तुझे  मालिक  कहना,
चाहे  तो  ले ले  मेरी  जान  साईं
 
यह  जान  भी  तो  तेरी  ही  दी  हुई  है  बाबा,
इसके  जाने  का  क्या  अफ़सोस  करना,
जान  जाए  तो बेशक जाए  साईं...
मेरी  आत्मा  करेगी  तेरा  गुणगान  साईं

माना की किये हैं बहुत मैंने पाप साईं
मेरे पापों का पश्चाताप न कोई
लेकिन बच्चा तो तेरा ही हूँ साईं
तू ही माँ मेरी तू ही मेरा बाप साईं

मेरे गुनाहों की अगर सजा देनी है बाबा
तो कर दे इतना मुझपे उपकार तेरा
तेरे दर पे हो मेरा सिर साईं
निकले दम मेरा तेरा लेके नाम साईं

मेरे पापो की गठड़ी है बहुत भारी बाबा
ऐसी मौत मिले तो रहूँ तेरा आभारी बाबा
मैं जानता हूँ मेरी इतनी नहीं औकात साईं
पर मैं चाहता हूँ  तुझसे यही सौगात साई

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