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Saturday, 3 November 2012

वन्दना

ॐ सांई राम

 
स्वीकार  करो  मेरी  वन्दना, शिर्डी  के  करतार |
साईं  तुझे  परमात्मन, मंगल  शिव  शुभकार ||

हाथ  जोड़कर  हूँ  खड़ा, सेवक  तेरे  द्वार  |
करता  निसदिन  वन्दना, साईं  करो  स्वीकार  ||

चरणों  पर  मस्तक  किये, विनय  भक्ति  के  साथ  |
नमस्कार  मेरा  तुझे, होवे  जग  के  नाथ ||

साईं  नाम  जप  वन्दना, यही  साधना  योग |
जग  झूठा  और  जगत  के, मिथ्या  हैं  सब  भोग ||

नमो  नमो  हे  साईं  प्रभु, तुम  हो  जग  के  नाथ  |
सबके  पालनहार  तुम, चरण  नवावूं  माथ ||

दोनों  कर  को  जोड़  कर, मस्तक  घुटने  टेक  |
तुझ  को  हो  प्रणाम  मम, शत  शत  कोटि  अनेक ||

तन  से  सेवा  साईं  की, मन  से  सुमिरन  नाम  |
धन  से  धृति  धारणा, कर्म  करो  निष्काम  ||

भक्ति  भाव  शुभ  भावना, मन  में  भर  भरपूर  |
श्रद्धा  से  तुझको  नमूँ, मेरे  साईं  हजूर  ||


===ॐ  साईं  श्री  साईं  जय जय  साईं===

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