ॐ सांई राम
तू ही साईंनाथ तू ही शम्भू, है राम तू ही रहीम भी तू
तेरे हज़ारों हैं नाम कण कण में है तेरा धाम करूँ बाबा तुझे मैं प्रणाम
तू ही साईंनाथ तू ही शम्भू, है राम तू ही रहीम भी तू
जो भी तेरे दर आ गया माँगा है जो वो पा गया
चौखट से तेरी ओ दाता कभी खाली न कोई गया
ऊँची तेरी शान है सबका तुझे ध्यान है सार जग तेरी सन्तान है
तू ही साईंनाथ तू ही शम्भू, है राम तू ही रहीम भी तू
साईं करुणा का सागर है तू रहमत भरी गागर है तू
तेरा नहीं कोई सानी पीरों का भी पैगम्बर है तू
जिसपे तेरा हाथ है तू जिसके भी साथ है उसकी क़िस्मत की क्या बात है
तू ही साईंनाथ तू ही शम्भू, है राम तू ही रहीम भी तू
तेरे हज़ारों हैं नाम कण कण में है तेरा धाम करूँ बाबा तुझे मैं प्रणाम
तू ही साईंनाथ तू ही शम्भू, है राम तू ही रहीम भी तू
जो भी तेरे दर आ गया माँगा है जो वो पा गया
चौखट से तेरी ओ दाता कभी खाली न कोई गया
ऊँची तेरी शान है सबका तुझे ध्यान है सार जग तेरी सन्तान है
तू ही साईंनाथ तू ही शम्भू, है राम तू ही रहीम भी तू
साईं करुणा का सागर है तू रहमत भरी गागर है तू
तेरा नहीं कोई सानी पीरों का भी पैगम्बर है तू
जिसपे तेरा हाथ है तू जिसके भी साथ है उसकी क़िस्मत की क्या बात है
तू ही साईंनाथ तू ही शम्भू, है राम तू ही रहीम भी तू
===ॐ साईं श्री साईं जय जय साईं ===
बाबा के श्री चरणों में विनती है कि बाबा अपनी कृपा की वर्षा सदा सब पर बरसाते रहें ।
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