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Saturday, 8 February 2014

मुझ को अपना दास बना लो ............

ॐ साईं राम


ओ साईं मेरे आन पड़ा दर तेरे, तुझ बिन काटे कौन ओ साईं मेरे दुखों के घेरे |
ओ साईं मेरे आन पड़ा दर तेरे, ओ साईं मेरे आन पड़ा दर तेरे |
मुझ को अपना दास बना लो, दर दर की ठोकर से बचा लो |
मैं हूँ ज़माने का ठुकराया, मुझ पे करो करुणा की छाया |
         मेरे दिन भी फेरो साईं, लाखों के दिन फेरे |
ओ साईं मेरे आन पड़ा दर तेरे, ओ साईं मेरे आन पड़ा दर तेरे |
न मांगूं मैं चांदी सोना,  मुझ को नहीं दौलत का रोना |
बस इतनी सी अर्ज़ सुनो ना, दे दो चरणों में इक कोना |
ज्ञान की ज्योत जला दो मन में, कर दो दूर अंधरे |


ओ साईं मेरे आन पड़ा दर तेरे, ओ साईं मेरे आन पड़ा दर तेरे |

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