ॐ साईं राम
जब से मुझको साईं तेरी भक्ति मिली ...
मेरे मुरझाये मन में हैं कलियाँ खिली ...
जो न सोचा कभी था वही हो गया ..
ए शिर्डी वाले बाबा मैं तेरा हो गया ....
धन दौलत न चाँदी सोना दे ,
बाबा अपने चरणों में मुझे एक कोना दे ,
(((साईं))) तेरी सेवा ही मेरी जागीर हो ,
मन-मंदिर में बस तेरी ही तस्वीर हो
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