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शिर्डी के साँई बाबा जी के दर्शनों का सीधा प्रसारण... अधिक जानने के लियें पूरा पेज अवश्य देखें

शिर्डी से सीधा प्रसारण ,... "श्री साँई बाबा संस्थान, शिर्डी " ... के सौजन्य से... सीधे प्रसारण का समय ... प्रात: काल 4:00 बजे से रात्री 11:15 बजे तक ... सीधे प्रसारण का इस ब्लॉग पर प्रसारण केवल उन्ही साँई भक्तो को ध्यान में रख कर किया जा रहा है जो किसी कारणवश बाबा जी के दर्शन नहीं कर पाते है और वह भक्त उससे अछूता भी नहीं रहना चाहते,... हम इसे अपने ब्लॉग पर किसी व्यव्सायिक मकसद से प्रदर्शित नहीं कर रहे है। ...ॐ साँई राम जी...

Sunday, 1 December 2013

सद्गुरु... तुम्हारा यह खेल मेरी समझ न आ

ॐ सांई राम



न तो में चोरों को पकड़ पाया 
न तो अपने भीतर के चोर को भगा पाया,
में तो अपनी मस्ती का मस्ताना था 
बस नाच-गाने का दीवाना था, 
पुलिस का डंडा चलाता था 
अपना बाजा बजता था... 
घूमते - घूमते मैंने तुमको पाया 
लेकिन तुमको समझ न पाया 
मैं चोरों के पीछे भागा पर न उनको पकड़ पाया 
न अपने भीतर के चोर को भगा पाया, 
तुम्हारा खेल भी, मेरी समझ न आया
घूम कर मैं तुम्हारे ही पास आया... 
एक दिन मैंने तुमसे फ़रमाया 
प्रयाग स्नान को जाना है 
उसमें डूबकी लगा 
अपना जीवन सफल बनाना है, 
बाबा... तुम बोले, अब कहाँ जाओगे
गंगा-जमुना यहीं पाओगे, 
यह कहना था 
तुम्हारे चरणों से गंगा-जमुना निकली 
लोगों ने उस जल को उठाया 
अपनी आँखे, अपनी जिह्वा 
अपने ह्रदय से उसे लगाया 
लेकिन तुम्हारा यह खेल 
मेरी समझ न आया 
उस दिन मैंने तुम्हारा प्यार 
बस यूँ ही गवायाँ ... 
बाबा ... न तो मैं चोरों को पकड़ पाया 
न ही अपना चोर भगा पाया, 
लेकिन बाद में बहुत पछताया 
मेरा विश्वास डगमगाया था
मेरा सब्र थरथराया था,
फिर भी तुमने हिम्मत न हारी 
अपने प्यार से सारी बाज़ी पलट डाली 
मुझ पर अपना प्यार बरसाया 
मुझे साईं लीलामृत का पान कराया 
सद्गुरु... तुम्हारा यह खेल मेरी समझ न आया 
तुमने ही तो 

मेरे भीतर के चोर को भगाया...

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