ॐ साईं राम
साईं तेरा साथ मिला
जीवन से अब नहीं गिला
बाबा तेरी भक्ति पाई
दुख सहने की शक्ति पाई
मन में जागी श्रद्धा पूरी
सब्र किया और पाई सबूरी
श्री चरणों में डाला डेरा
दामन थाम लिया बस तेरा
भेद भाव की तोड दिवार
तुझ से कर ली आंखे चार
कर्ता पन का भाव छोडकर
मैं पन की तलवार तोड कर
तुझ से प्रीत लगाई साईं
थामें रहना सर्व सहाई
परम प्रिय हे साईं हुज़ूर
खुद से ना अब करना दूर
कभी छोडना ना तुम साथ
वरना जी ना पाएंगे हम नाथ
जीवन से अब नहीं गिला
बाबा तेरी भक्ति पाई
दुख सहने की शक्ति पाई
मन में जागी श्रद्धा पूरी
सब्र किया और पाई सबूरी
श्री चरणों में डाला डेरा
दामन थाम लिया बस तेरा
भेद भाव की तोड दिवार
तुझ से कर ली आंखे चार
कर्ता पन का भाव छोडकर
मैं पन की तलवार तोड कर
तुझ से प्रीत लगाई साईं
थामें रहना सर्व सहाई
परम प्रिय हे साईं हुज़ूर
खुद से ना अब करना दूर
कभी छोडना ना तुम साथ
वरना जी ना पाएंगे हम नाथ
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