श्रधा सबुरी
ॐ साईं राम
इस दुनिया में नहीं कोई दूजा सहाई,
अपने तो बस बाबा साईं,
भकतो के कष्टों को हर लेते है,
मन मांगी मुरादे देते है,
इस दुनिया में नहीं कोई दूजा सहाई,
अपने तो बस बाबा साईं,
दुनिया में ना कोई मेरा है,
हर रिश्ता इक झमेला है,
अपने तो बस बाबा साईं,
भकतो के कष्टों को हर लेते है,
मन मांगी मुरादे देते है,
इस दुनिया में नहीं कोई दूजा सहाई,
अपने तो बस बाबा साईं,
दुनिया में ना कोई मेरा है,
हर रिश्ता इक झमेला है,
रिश्ते दारी न किसी से बनाई,
अपने तो बस बाबा साईं,
इस दुनिया में नहीं कोई दूजा सहाई,
अपने तो बस बाबा साईं,
दुनिया दो दिन का मेला है,
छोड़ कर चले जाना है,
बस आगे जाकर हमे तो,
बाबा ने ही अपनाना है,
इस दुनिया में नहीं कोई दूजा सहाई,
अपने तो बस बाबा साईं,
सबकी बिगड़ी तुमने बनाई,
सुन लो मेरी भी सुन वाई,
लेलो चरणों में मुझको भी,
मेरे सदगुरु बाबा साईं,
दुनिया की में हूँ सताई,अब तुम्हारी शरण में आई,
तुम अपना लो मुझको साईं,मेरे साईं बाबा साईं,
इस दुनिया में नहीं कोई दूजा सहाई,
अपने तो बस बाबा साईं,
दुनिया दो दिन का मेला है,
छोड़ कर चले जाना है,
बस आगे जाकर हमे तो,
बाबा ने ही अपनाना है,
इस दुनिया में नहीं कोई दूजा सहाई,
अपने तो बस बाबा साईं,
सबकी बिगड़ी तुमने बनाई,
सुन लो मेरी भी सुन वाई,
लेलो चरणों में मुझको भी,
मेरे सदगुरु बाबा साईं,
दुनिया की में हूँ सताई,अब तुम्हारी शरण में आई,
तुम अपना लो मुझको साईं,मेरे साईं बाबा साईं,
साईं कृपा हम सब पर बनी रहे !
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