ॐ सांई राम
। साईनाथ की आरती ।
ॐ जय साईनाथ जय साईनाथ , आदि ऩ अंत तुम्हारा तुम्हे श्रद्धा नमन हमारा
ॐ जय साईनाथ जय साईनाथ , आदि ऩ अंत तुम्हारा तुम्हे श्रद्धा नमन हमारा
धरती पर रहकर प्रभु तुमने, तन अंबर तक विस्तारा
ॐ जय साईनाथ जय साईनाथ , आदि ऩ अंत तुम्हारा तुम्हे श्रद्धा नमन हमारा
साई राम साई श्याम, दुःख भंजन तेरो नाम
हे साई नाथ तेरे आने से हुआ ,धन्य ये धरती धाम धाम
ॐ जय साईनाथ जय साईनाथ , आदि ऩ अंत तुम्हारा तुम्हे श्रद्धा नमन हमारा
धरती पर रहकर प्रभु तुमने तन अंबर तक विस्तारा
ॐ जय साईनाथ जय साईनाथ , आदि ऩ अंत तुम्हारा तुम्हे श्रद्धा नमन हमारा
ईश्वरीय आलोक लिए, प्रभु मानव रूप धरे हो
चमत्कार ही चमत्कार से, तुम संपूर्ण भरे हो
चमत्कार ही चमत्कार से, तुम संपूर्ण भरे हो
सौभाग्य जुड़े तब दर्शन का सौभाग्य मिले सुखकारा
ॐ जय साईनाथ जय साईनाथ , आदि ऩ अंत तुम्हारा तुम्हे श्रद्धा नमन हमारा
धरती पर रहकर प्रभु तुमने तन अंबर तक विस्तारा
ॐ जय साईनाथ जय साईनाथ , आदि ऩ अंत तुम्हारा तुम्हे श्रद्धा नमन हमारा
हम तो तुमसे जोड़ के बैठे, नाते दुनिया वाले
रूप विराट दिखाकर तुमने मन अचरज में डाले
साईं नाथ हमे फिर लौटा दो, वही सहज रूप मनहारा
ॐ जय साईनाथ जय साईनाथ , आदि ऩ अंत तुम्हारा तुम्हे श्रद्धा नमन हमारा
धरती पर रहकर प्रभु तुमने तन अंबर तक विस्तारा
ॐ जय साईनाथ जय साईनाथ , आदि ऩ अंत तुम्हारा तुम्हे श्रद्धा नमन हमारा
। साईनाथ की आरती ।
ॐ जय साईनाथ जय साईनाथ , आदि ऩ अंत तुम्हारा तुम्हे श्रद्धा नमन हमारा
ॐ जय साईनाथ जय साईनाथ , आदि ऩ अंत तुम्हारा तुम्हे श्रद्धा नमन हमारा
धरती पर रहकर प्रभु तुमने, तन अंबर तक विस्तारा
ॐ जय साईनाथ जय साईनाथ , आदि ऩ अंत तुम्हारा तुम्हे श्रद्धा नमन हमारा
साई राम साई श्याम, दुःख भंजन तेरो नाम
हे साई नाथ तेरे आने से हुआ ,धन्य ये धरती धाम धाम
ॐ जय साईनाथ जय साईनाथ , आदि ऩ अंत तुम्हारा तुम्हे श्रद्धा नमन हमारा
धरती पर रहकर प्रभु तुमने तन अंबर तक विस्तारा
ॐ जय साईनाथ जय साईनाथ , आदि ऩ अंत तुम्हारा तुम्हे श्रद्धा नमन हमारा
ईश्वरीय आलोक लिए, प्रभु मानव रूप धरे हो
चमत्कार ही चमत्कार से, तुम संपूर्ण भरे हो
चमत्कार ही चमत्कार से, तुम संपूर्ण भरे हो
सौभाग्य जुड़े तब दर्शन का सौभाग्य मिले सुखकारा
ॐ जय साईनाथ जय साईनाथ , आदि ऩ अंत तुम्हारा तुम्हे श्रद्धा नमन हमारा
धरती पर रहकर प्रभु तुमने तन अंबर तक विस्तारा
ॐ जय साईनाथ जय साईनाथ , आदि ऩ अंत तुम्हारा तुम्हे श्रद्धा नमन हमारा
हम तो तुमसे जोड़ के बैठे, नाते दुनिया वाले
रूप विराट दिखाकर तुमने मन अचरज में डाले
साईं नाथ हमे फिर लौटा दो, वही सहज रूप मनहारा
ॐ जय साईनाथ जय साईनाथ , आदि ऩ अंत तुम्हारा तुम्हे श्रद्धा नमन हमारा
धरती पर रहकर प्रभु तुमने तन अंबर तक विस्तारा
ॐ जय साईनाथ जय साईनाथ , आदि ऩ अंत तुम्हारा तुम्हे श्रद्धा नमन हमारा
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