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शिर्डी के साँई बाबा जी के दर्शनों का सीधा प्रसारण... अधिक जानने के लियें पूरा पेज अवश्य देखें

शिर्डी से सीधा प्रसारण ,... "श्री साँई बाबा संस्थान, शिर्डी " ... के सौजन्य से... सीधे प्रसारण का समय ... प्रात: काल 4:00 बजे से रात्री 11:15 बजे तक ... सीधे प्रसारण का इस ब्लॉग पर प्रसारण केवल उन्ही साँई भक्तो को ध्यान में रख कर किया जा रहा है जो किसी कारणवश बाबा जी के दर्शन नहीं कर पाते है और वह भक्त उससे अछूता भी नहीं रहना चाहते,... हम इसे अपने ब्लॉग पर किसी व्यव्सायिक मकसद से प्रदर्शित नहीं कर रहे है। ...ॐ साँई राम जी...

Tuesday 9 July 2013

श्री गुरु राम दास जी – साखियाँ - भाई हिन्दाल को वरदान

श्री गुरु राम दास जी – साखियाँ - भाई हिन्दाल को वरदान


भाई हिन्दाल गुरु घर में बड़ी श्रधा के साथ आता मांडने की सेवा करता था| अचानक ही गुरूजी लंगर में आए| उस समय भाई हिन्दाल जी आटा मांडने की सेवा कर रहें थे| उन्होंने जैसे ही गुरु रामदास जी को देखा तो शीघ्र ही उठकर आटे से भरे हुए हाथो को अपनी पीठ के पीछे कर दिया| ऐसा करते हुआ उन्होंने अपना शीश गुरु के चरणों पर रख दिया| गुरु जी उसके माथा टेकने के इस रूप को देखकर बहुत ही प्रसन्न हुए और वरदान निमित एक अंगोछा दिया| जब भाई ने अंगोछा लेकर अपने सिर पर रखा तो उसको तीनों लोकों की सोझी प्राप्त हो गई और वह रिद्धीयों-सिद्धियो को हासिल कर गया|

उसकी प्रेमा भक्ति पर खुश होकर गुरूजी ने वचन किया कि अब तुम घर जाकर नाम जपना और औरों को जपा कर सिखी मार्ग को और आगे बढ़ाना| गुरु जी का वचन मानकर भाई हिन्दाल अपने गाँव जंडियाला चला गया| स्वंय नाम जपता और औरों को कराता हुआ परमगति को प्राप्त हो गया| इस प्रकार गुरु के दिये हुए वरदान के कारण उस इलाके के लोग भाई हिन्दाल को गुरु मानकर पूजने लगे| ऐसा केवल गुरु के वरदान के कारण ही संभव हो पाया|

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