ॐ सांई राम
तेरे कदमों की आहट का मुझे इन्तजार है
कैसे कहूँ बाबा तुमसे कितना प्यार है
श्रद्वा सुमन से अपना आँगन मैंने सजा लिया
साथ में सबुरी का दीपक भी जला लिया
तेरे चिमटे की खन खन का मुझे इन्तजार है
कैसे कहूँ बाबा तुमसे कितना प्यार है
मुझे विश्वास है मेरी सदा न जायेगी खाली
तुम पधारो मेरे घर आयेगी दीवाली
तेरी चरणरच पाने का मुझे इन्तजार
कैसे कहूँ बाबा तुमसे कितना प्यार है
तेरे कदमों की आहट का मुझे इन्तजार है
कैसे कहूँ बाबा तुमसे कितना प्यार है
कैसे कहूँ बाबा तुमसे कितना प्यार है
श्रद्वा सुमन से अपना आँगन मैंने सजा लिया
साथ में सबुरी का दीपक भी जला लिया
तेरे चिमटे की खन खन का मुझे इन्तजार है
कैसे कहूँ बाबा तुमसे कितना प्यार है
मुझे विश्वास है मेरी सदा न जायेगी खाली
तुम पधारो मेरे घर आयेगी दीवाली
तेरी चरणरच पाने का मुझे इन्तजार
कैसे कहूँ बाबा तुमसे कितना प्यार है
तेरे कदमों की आहट का मुझे इन्तजार है
कैसे कहूँ बाबा तुमसे कितना प्यार है
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