ॐ साईं राम
दिल क्यों उदास है
आज फिर साईं से मिलने की प्यास है
आँख में आंसू और दिल में एक आस है
यह भी विश्वास है कि साईं हर पल आस पास है
लेकिन फिर भी न जाने क्यों दिल उदास है
और मांगे भी क्या तुझ से ओ मेरे साईं, ऐसा क्या है जो तुझ से न पाया है |
औरों को जो मिला मुक़द्दर से मिला, हमने तो मुक़द्दर भी तेरे दर से पाया है |
No comments:
Post a Comment