जय हो जय हो द्वारकामाई , यहाँ रहते है मेरे साईं
भक्तों इनको करो प्रणाम, बनते सबके बिगरे काम
होती यहाँ सबकी सुनवाई , जय हो जय हो द्वारकामाई
यहाँ पर धुनी जलती है, जिससे उदी बनती है
जो हर दावा मैं काम आई, जय हो जय हो द्वारकामाई
यहाँ जो दुखिया आता है , वो भव से तर जाता है
साईं ने यहाँ अमृत बरसाई , पावन हो जाओ मेरे भाई
जय हो जय हो द्वारकामाई
यहाँ साईं ने पानी से दिये जलाये है , अपने चमत्कार दिखाये है
श्रद्धा सबुरी का पाठ पढाये है , सबका मालिक एक की बात बताये है
जय हो जय हो द्वारकामाई
यहाँ सबकी झोली भरती है , यह सबका पेट भरती है
यह द्वारकामाई सबकी माई है ,जय हो जय हो द्वारकामाई
यह ग्यारह वचन निभाती है , सबकी बिगड़ी बनाती है
श्रद्धा सबुरी का पाठ पढाये है , सबका मालिक एक की बात बताये है
जय हो जय हो द्वारकामाई
यहाँ सबकी झोली भरती है , यह सबका पेट भरती है
यह द्वारकामाई सबकी माई है ,जय हो जय हो द्वारकामाई
यह ग्यारह वचन निभाती है , सबकी बिगड़ी बनाती है
मन मैं विश्वास रखो मेरे भाई , इसके दर्शन करो भाई
जय हो जय हो द्वारकामाई
जय हो जय हो द्वारकामाई
No comments:
Post a Comment