ॐ श्री साँईं राम जी
संवरते देखे हैं लाखों जीवन
अंजाम पाते हजारों अफ़साने
जिसको मिला है साईं का साया
साईं की रहमत वो ही जाने
आया दुनिया में अगर , शुक्र साईं का तू कर,
भक्ति की नाव में चल , काट जीवन का सफ़र
जिंदगी की ये डगर, कर दे साईं को नज़र
सब है साईं को खबर ,सब है बाबा को खबर
माया जंजाल में क्यूँ, रूह भटक जाती है
झूठी तस्वीर भी क्यूँ , सच्ची नज़र आती है
उसके क़दमों में तुझे आसरा जो मिल जाये
एक पल में ही मुकद्दर तेरा बदल जाये
साईं जो रहम करे ,...साईं जो रहम करे .....
बदले अंदाज़े नज़र. बदले अंदाज़े नज़र
सब है साईं को खबर , सब है बाबा को खबर
साईं चाहे तो बुरा, वक्त भी टल जाता है
उसकी रहमत से रूठा भाग्य बदल जाता है
साईं की चौखट पे जो भी चढ़ के जाता है
उसका दुःख और ग़म साईं का हो जाता है
बन्दे तुझको क्या खबर ..., बन्दे तुझको क्या खबर ...,
तेरी मंजिल है किधर , तेरी मंजिल है किधर ,
सब है साईं को खबर , सब है बाबा को खबर
जाने किस मोड़ पे किस रूप में वो मिल जाये,
उसके क़दमों तले कहीं ज़िन्दगी ही मिल जाये
गर तू पहचान ले तो ये उसकी इनायत है
उसके साये में ही बन्दे तेरी हिफाज़त है
गर तू साईं का हुआ ....,गर तू साईं का हुआ ....,
होगी आसान डगर, होगी आसान डगर ,
सब है साईं को ख़बर , सब है बाबा को ख़बर
आग में जलते हुए बच्चे को बचाया उसने
रोगी मजबूर को गले से लगाया उसने
दर्द दिल में लेके जो भी सवाली आये
उसके दर से कभी हरगिज़ न वो खाली जाये
नेक कर्मों पे ही तो ...., नेक कर्मों पे ही तो ....,
रहती साईं की नज़र
अपने फर्जो को न कर , बन्दे अंदाज़ ए नज़र
सब है साईं को ख़बर , सब है बाबा को ख़बर
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