ॐ सांई राम
तू तो दाता सभी का है साईं
तू तो दाता सभी का है साईं
गर मैने भी मांग लिया
बता क्या गुनाह किया
तेरी शिर्डी में जो जो भी जाये
झोलियाँ भर के वो ले जाये
दिखता है फकीर तू साईं
पर सभी को तो तुने दिया
गर मैने भी मांग लिया
बता क्या गुनाह किया
श्रद्धा सबुरी जो मन में जगाए
भव सागर से वो तर जाये
मैंने भी तेरे नाम का साईं
अपने मन में जलाया दिया
गर मैंने भी मांग लिया
बता क्या गुनाह किया
तुझमे देखूं सभी देवी देवा
मै तो करता सदा तेरी सेवा
सब अर्पण किया तुझको साईं
फिर रहम क्यूँ न मुझपे किया
गर मैंने भी मांग लिया
बता क्या गुनाह किया
भजन प्रस्तुति बहन रविन्दर जी के सौजन्य से
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