ॐ सांई राम
सांई ओ सांई ओ सांई
छोड़ के दुनिया मैं तेरी शरण में आया
मैं तेरी शरण में आया
सारे नाते सारे बंधन
सब मैं तोड़ के आया
सांई ओ सांई ओ सांई
छोड़ के दुनिया मैं तेरी शरण में आया
मैं तेरी शरण में आया
मात पिता क्या बहिना भाई
मतलब की है सब ये सदाई
मैंने तुझसे प्रीत लगाई
जग मैं छोड़ के आया
सांई ओ सांई ओ सांई
छोड़ के दुनिया मैं तेरी शरण में आया
मैं तेरी शरण में आया
मोह विलाश का पापी दामन
खींच न ले मेरा चंचल मन
सांई नाम की पावन चादर
लो मैं ओढ़ के आया
सांई ओ सांई ओ सांई
छोड़ के दुनिया मैं तेरी शरण में आया
मैं तेरी शरण में आया
सारे नाते सारे बंधन
सब मैं तोड़ के आया
सांई ओ सांई ओ सांई
छोड़ के दुनिया मैं तेरी शरण में आया
मैं तेरी शरण में आया
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