ॐ सांई राम
कब आओगे कब आओगे
मेरी अखियाँ तरस रही हैं अब तो आओ साईं
यारी जाता के यारों ने लूटा एक नहीं मुझे सारों ने लूटा
गैरों की क्या बात करूँ मैं, अपने रिश्तेदारों ने लूटा
कब आओगे कब आओगे
दुनियाँ ने बड़ा जुलुम किया है सबने मुझको धोखा दिया है
अमृत पीने की चाहत में मैंने हरपल ज़हर पीया है
कब आओगे कब आओगे
तुम हो दाता हम हैं भिखारी सुनी नहीं क्यों अर्ज़ हमारी
अपना दास बना लो मुझको हर लो मेरी चिन्ता सारी
कब आओगे कब आओगे
===ॐ साईं श्री साईं जय जय साईं ===
बाबा के श्री चरणों में विनती है कि बाबा अपनी कृपा की वर्षा सदा सब पर बरसाते रहें ।
बाबा के श्री चरणों में विनती है कि बाबा अपनी कृपा की वर्षा सदा सब पर बरसाते रहें ।
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