ॐ सांई राम
स्वीकार करो मेरी
वन्दना, शिर्डी के करतार |
साईं तुझे
परमात्मन, मंगल शिव शुभकार ||
हाथ जोड़कर हूँ खड़ा, सेवक तेरे द्वार |
करता निसदिन
वन्दना, साईं करो स्वीकार ||
चरणों पर
मस्तक किये, विनय भक्ति के साथ |
नमस्कार मेरा
तुझे, होवे जग के नाथ ||
साईं नाम जप
वन्दना, यही साधना योग |
जग झूठा
और जगत के, मिथ्या हैं सब भोग ||
नमो नमो हे
साईं प्रभु, तुम हो जग के नाथ |
सबके
पालनहार तुम, चरण नवावूं माथ ||
दोनों कर को
जोड़ कर, मस्तक घुटने टेक |
तुझ को हो
प्रणाम मम, शत शत कोटि अनेक ||
तन से सेवा साईं
की, मन से सुमिरन नाम |
धन से धृति
धारणा, कर्म करो निष्काम ||
भक्ति भाव
शुभ भावना, मन में भर भरपूर |
श्रद्धा से
तुझको नमूँ, मेरे साईं हजूर ||
===ॐ साईं श्री साईं जय जय साईं===
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