ॐ सांई राम
हम मतवाले हैं
चले साईं के देस
यहाँ सभी को चैन मिलेगा
कभी न लागे ठेस ....फूल-सी धरती बनती जाए
एक पिघलता लावा .
पहन रही पगली दुनिया
अग्नि का पहरावा .
जाने अभी ये बन्दे तेरे
चले साईं के देस
यहाँ सभी को चैन मिलेगा
कभी न लागे ठेस ....फूल-सी धरती बनती जाए
एक पिघलता लावा .
पहन रही पगली दुनिया
अग्नि का पहरावा .
जाने अभी ये बन्दे तेरे
बदले कितने भेस ....
हम मतवाले हैं ....
देखो अपनी हार मुश्किल है
आज समस्या उसकी .
चलो चलें चरणों में सोकर
करें तपस्या उसकी .
किस सपने में, कब मिल जाए
प्रेम भरा सन्देश ....
हम मतवाले हैं ....
हमें न है कुछ फिक्र आज की
ना अंदेशा कल का .
मनका-मनका जपते कर लिया
मन का बोझा हल्का
दो दिन की बहरूपि दुनिया
असल में है परदेश ....
आज समस्या उसकी .
चलो चलें चरणों में सोकर
करें तपस्या उसकी .
किस सपने में, कब मिल जाए
प्रेम भरा सन्देश ....
हम मतवाले हैं ....
हमें न है कुछ फिक्र आज की
ना अंदेशा कल का .
मनका-मनका जपते कर लिया
मन का बोझा हल्का
दो दिन की बहरूपि दुनिया
असल में है परदेश ....
हम मतवाले हैं ......
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