ॐ सांई राम
साई बाबा तेरा सहारा है (३)
मुझको अपनी शरण ले लो अब
नहीं जग मैं कोई हमारा है
साई बाबा ........
तेरे दर पे जो कोई आता है
मन की मांगी मुराद पाता है
सारे दर से भटक के आया हूँ (२)
सच्चा दरबार ये तुम्हारा है
मेरे चारों तरफ अन्धेरा है (३)
जाने कैसे समय का घेरा है
मैं मधुर गीत तेरे गाता हूँ (२)
सच्चे दिल से तुम्हे पुकारा है
तेरी रहमत ही अपनी किस्मत है
मेरा साई की थोड़ी फुर्सत है
मेरे सर पे भी हाथ अभी रख दो
नहीं आता नज़र किनारा है
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